Monday, December 31, 2012

जब तक है जान



वो तेरा कभी रूठना कभी मनाना,
कभी मुझे सताने के लिए तेरा चिद्दाना,
वो मिलकर मुझसे तेरा नजरे चुराना,
सामने बैठ कर बातें हजारों बताना,
नहीं भूलूंगी मैं जब तक है जान ........

मुझसे आकर तेरा यूँ लिपटना,
बाहों में मुझे तेरा यूँ भरना,
किनारे बैठ कर तस्सली देना,
आखों की गहराई में झांकना,
नहीं भूलूंगी मैं जब तक है जान ..........

दुआओं में तेरा मुझे माँगना,
सामने आकर तेरा इनकार करना,
तेरा हर कोशिश से मुझे खुश करना,
मुझे मनाने के लिए तेरा खुद रूठ जाना, 
बहुत याद आएगा मुझे जब तक है जान ..........

चांदनी रात को झोली में भरने की कोशिश करना,
मेरे लिए तेरा "सूरज" की तपिश में वो जलना,
मेरी हंसी के लिए तेरा बचकानी हरकते करना,
गम भुलाने की कोशिश में तेरा साथ निभाना,
वादा करते हैं कभी भूलूंगी नहीं तेरा सताना,
जब तक है जान जब तक है जान ........



Thursday, December 27, 2012

रास्ता

मेरी मंजिल चाहे कोई भी हो, पर रास्ता तुमसे हो कर गुजरता है ।
मेरी चाहत चाहे कुछ भी हो , पर जरूरत तुम्हे पाने की होती है ।।

कुछ लफ्जों में हम तुम्हे समझाएं भी तो क्या ,
हंस कर और दर्द अब छुपायें भी तो क्या ।
कभी पास आकर देख ही लेते हमारे,
चाहत तुम्हे अपने दिल में छुपाने की होती है ।।


कभी हम आपसे तो कभी आप हमसे मिले,
मिल कर हमसे बस रहे भी तो आपको गिले, 
काश आपको कोई  शिकायत हम भी करते ,
हाँ आज भी एक ललक शिकायत करने की होती है ।।

मेरी जरूरत चाहे कोई भी हो, पर चाहत बस तुम्हे और सिर्फ तुम्हे पाने की होती है,
मेरा रास्ता चाहे कैसा भी हो, तम्मना बस "सूरज" में जलने की होती है ।।